जरारूधाम गौ अभयारण

संस्था के प्रमुख कार्य

पौधा रोपण

हरियाली और पर्यावरण संतुलन के लिए जरारूधाम में निरंतर पौधारोपण अभियान चलाया जाता है, जिससे प्रकृति से जुड़ाव और जागरूकता को बल मिलता है।

गौ सेवा

जरारूधाम गौ अभयारण में आश्रयहीन एवं असहाय गौमाताओं की सेवा, सुरक्षा व पालन हेतु समर्पित गौ सेवा केंद्र, जहाँ श्रद्धा और करुणा का संगम होता है।

जैविक खेती प्रशिक्षण

जरारूधाम में रसायन मुक्त खेती के लिए जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे स्वस्थ जीवन और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ावा मिलता है।

” गौ सेवा वह पुण्य है जिससे समाज, संस्कृति और प्रकृति तीनों का कल्याण संभव है।”

जरारूधाम गौ अभयारण की स्थापना 7 सितम्बर 2016 को मध्यप्रदेश के दमोह जिले के बटियागढ़ तहसील अंतर्गत मगरोन ग्राम के शांत और पावन क्षेत्र जरारूधाम में की गई थी। इस गौ अभयारण की स्थापना माननीय मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी के मार्गदर्शन में हुई, जिनका उद्देश्य बेसहारा गौमाताओं के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल बनाना था। उनके नेतृत्व ने इस विचार को साकार रूप दिया और अनेक ज़रूरतमंद गौमाताओं को स्नेहपूर्ण वातावरण प्रदान किया।

आज यह सपना 300 एकड़ पहाड़ी एवं पूर्व में बंजर भूमि पर फैले इस परिसर में साकार रूप ले चुका है, जहाँ 2000 से अधिक बेसहारा गौमाताओं को आश्रय और सेवा प्रदान की जा रही है। पशु कल्याण के साथ-साथ, यह संस्थान 50 से अधिक स्थानीय ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रोजगार भी उपलब्ध करवा रहा है, जिससे क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि में भी योगदान मिल रहा है।